ज़ीरो वेस्ट का परचम इज़्तिमा का नाम दर्ज कराएगा गिनीज बुक में नाम
भोपाल । 72 साल का सफर तय कर चुका आलमी तब्लीगी इज़्तिमा इस बरस एक नया इतिहास रचने वाला है। लाखों जमातियों की मौजूदगी वाले इस आयोजन को ज़ीरो वेस्ट बनाने की तैयारी की जा रही है। इससे पहले यहां पिछले तीन साल से जीरो पॉलीथिन और जीरो प्लास्टिक की अवधारणा को पूरा किया जा रहा है। स्वयंसेवी संस्था और जिला प्रशासन के सहयोग से इज़्तिमा प्रबंध कमेटी इस प्रयास को गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज कराने की तरफ बढ़ रही है।
सामाजिक संस्था सार्थक की तरफ से आए प्रस्ताव को मंजूरी देकर इज्तिमगाह को ज़ीरो वेस्ट बनाने की तैयारी की जा रही है। संस्था के सैयद इम्तियाज अली ने बताया कि लाखों लोगों की मौजूदगी से निकलने वाले कचरे से बदबू के हालात बनते हैं। साथ ही इसको ट्रांसपोर्ट करने में भी बड़ा समय और धन खर्च करना पड़ता है। इम्तियाज ने बताया कि कुछ प्रबंध करके इस कचरे को आयोजन स्थल पर ही खत्म किया जा सकता है। उन्होंने इसके लिए जिला प्रशासन और नगर निगम से डस्टबीन और कुछ वोलेंटियर्स की मांग की है। ये प्रशिक्षित वोलेंटियर्स निकलने वाले कचरे को हर घण्टे हटाते रहेंगे। इज़्तिमा खत्म होने के बाद तीन दिन के भीतर इस सारे कचरे का डिस्पोजल कर दिया जाएगा। गौरतलब है कि पिछले तीन साल से इज्तिमगाह पर जीरो प्लास्टिक की व्यवस्था लागू है। पहली बार किए जा रहे जीरो वेस्ट को लेकर गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड में इज़्तिमा का नाम दर्ज करने के लिए प्रस्ताव रखा जाएगा।
तीसरी आंख की निगरानी में रहेगा इज्तिमगाह
आलमी तब्लीगी इज़्तिमा के दौरान पहली बार सुरक्षा इंतजाम चौकस रखने के लिए सीसीटीवी कैमरों का इस्तेमाल किया जाएगा। इज्तिमगाह के आसपास लगने वाले फ़ूडजोन, पार्किंग स्थल आदि पर इससे निगरानी रखी जायेगी। करीब 150 सीसीटीवी कैमरे और 10 से ज्यादा वॉच टॉवर इज़्तिमागह पहुँचने और निकासी के रास्तों पर भी नजर रखी जायेगी।
शहर के मेहमान हैं, अच्छी याद लेकर जाएं : अकील
इज़्तिमा हमारे शहर की पहचान और देश का गौरव है। इसमें शामिल होने आया हर जमाती हम सबका मेहमान है। अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री आरिफ अकील ने इज़्तिमागह पर तैयारियों का जायजा लेते हुए ये बात कही। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश देते हुए सभी जरूरी व्यवस्थाएं समय पूर्व पूरी करने के लिए कहा। उन्होंने कहा कि जमातियों की वापसी के लिए ट्रेनों में अतिरिक्त कोच के माकूल इन्तज़ाम किए जाएं। 400 बसों के जरिए भी जमातियों के लौटने के लिए इन्तज़ाम यहां रहेंगे। बुजुर्ग जमातियों की सहूलियत के लिए इज्तिमगाह में ई-रिक्शा चलाने के लिए भी कहा गया है। बैठक में संभागायुक्त कल्पना श्रीवास्तव, कलेक्टर तरुण पिथोड़े, एडीजी आदर्श कटियार, डीआईजी इरशाद वली, निगमायुक्त विजय दत्ता आदि भी मौजूद थे। इज़्तिमा प्रबंध कमेटी के अतीक उल इस्लाम ने तैयारियों की जानकारी दी और जरुरतों की तरफ मंत्री और अधिकारियों का ध्यान दिलाया।
मीडिया सलाह पर हुए दो इन्तज़ाम
इज़्तिमा इंतजामिया कमेटी और अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री आरिफ अकील को मीडिया साथियों ने कुछ प्रस्ताव दिए थे। इनमें से पहला इज्तिमगाह को ज़ीरो वेस्ट बनाने का था। जबकि दूसरा प्रस्ताव इज़्तिमा में आने वाली सभी जमातों का पंजीयन करने का था। इन दोनों प्रस्तावों को मंजूर कर इन्हें लागू करने की सहमति दी गई है।
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