मकबरों की इज्जत न मस्जिदों का एहतराम, कहां है कौम के रहनुमा
जमीअत ने की समाज से जिम्मेदारी निभाने की अपील
भोपाल। भोपाल की ऐतिहासिक ईदगाह में शराबनोशी की खबर के बाद एक बार फिर से मकबरे पर असामाजिक तत्वों की नापाक हरकत से मुस्लिम समाज दुखी है। इस प्रकार की घटनाओं से आहत मुस्लिम समाज ने शासन से मांग की है कि वह इस ओर ध्यान दे और ऐसी घटनाओं को रोकने का इंतजाम करे। मामला बैरसिया रोड स्थित नवाब शाहजहां बेगम के मकबरे का है, जहां पर खुलेआम शराबखोरी की जा रही है। इस तरह की नापाक हरकतों को असामाजिक तत्व अंजाम देते हुए रंगे हाथो पकड़ाए हैं। असल में कई रोज से खबरे आम हो रही थीं कि कुछ असामाजिक तत्व मकबरे पर बैठकर नापाक हरकत को अंजाम दे रहे हैं। इसके बाद सक्रिय हुए जमीअत उलमा मप्र की टीम ने उन्हें रंगे हाथो पकड़ा। वहीं जमीअत ने कौम के जिम्मेदारों से अपील करते हुए कहा है कि इस प्रकार की हरकतों से धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने वाले लोगों को रोकने के लिए आगे आएं और जिम्मेदार नागरिक बनकर खड़े हों।
शासन को करनी चाहिए पहल
मप्र जमीअत उलमा की टीम ने शासन से इस प्रकार की घटनाओं को तुरंत प्रभाव रोकने के लिए सुरक्षा इंतजामों के पुख्ता इंतजाम किए जाने की मांग की है। इससे पहले भोपाल और आसपास के कब्रिस्तान, ऐतिहासिक धरोहरों और मकबरों के संरक्षण के लिए मप्र जमीअत उलमा की टीम मुहिम चलाती रही है। कई बार इस संबंध में मांग भी की जाती रही है कि ऐसे स्थानों के संरक्षण के लिए सरकार को गंभीर कदम उठाने चाहिए। जमीअत उलेमा मप्र के प्रेस सचिव इमरान हारून ने मांग की है कि कई बार की जाने वाली मांग के बावजूद कोई ठोस निर्णय नहीं लिए जा रहे हैं। ऐसे में अमन का टापू कहलाने वाला मप्र और विशेषकर अनूठी संस्कृति का मालिक भोपाल में किसी तरह की अशांति न फैले।
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