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अधूरी इबारत पर ख़र्च हो रहा पैसा

टूटा फूटा ही सही नगर निगम तो चमका रहा है भोपाल



*इक़बाल मैदान को वेयवस्थित किए बगैर नगर निगम कर रही लाखों रुपया बर्बाद*


*टूटी फूटी दीवारों पर निगम दुवारा बनवाई जा रही पेंडिंग* *जमीअत उलमा कई बार कर चुकी है इक़बाल मैदान को वेवस्थित करने की मांग*    


भोपाल। पुराने भोपाल की शान मशहूर शायर अललमा इक़बाल साहब मरहूम की याद में बनाए गए इक़बाल मैदान को दुरस्त करने की मांग नगर निगम से की पर इस और कोई उचित ध्यान नही दिया गया। जमीअत उलमा के पदाधिकारी इक़बाल मैदान में हो रहे पेंटिंग कार्य को देख कर अचंभित हो गए। जमीअत उलमा के प्रेस सचिव हाजी मोहम्मद इमरान एवं ईस्माइल बैग ने बताया कि नगर निगम दुवारा भोपाल के इक़बाल मैदान में पेंटिंग का कार्य किआ जा रहा है। इस पर हमें कोई एतराज नही परन्तु इक़बाल मैदान की बदहाली दूर किए बिना ये कार्य किआ जाना लाखों रुपये की बर्बादी है। हाजी इमरान ने कहा कि इक़बाल मैदान पूरी तरहां बदहाल पड़ा है । चारो तरफ की दीवारें खस्ता हाल दरवाज़े टूटे और मैदान की खूबसूरती को बढ़ता फाउंटेन भी बंद है और मैदान में लगी इक़बाल उर्दू शायरी भी उखड़ रही है। इन कामो को दुरस्त किए बगैर ऊपरी तौर पर पेंटिंग बनना पैसो की बर्बादी है हाजी इमरान ने कहा कि पुराने भोपाल में ये एक मात्र मैदान है जिसका इस्तेमाल सामाजिक और धार्मिक कार्यों में किआ जाता है और नगर निगम दुवारा किराया भी वसूल किया जाता है पर इसकी और नगर निगम का कोई ध्यान नही ऊपरी तौर पर मैदान को दुरस्त करने की कोशिश बेकार और पैसों की बर्बादी है। जमीअत उलमा मध्यप्रदेश की टीम नगर निगम भोपाल महापोर से मांग करती है कि पहले इक़बाल की यादों को दुरस्त किआ जाए उसके पश्चात ही मैदान में रंग रौग़न कर वया। जाए हाजी इमरान ने बताया कि इस कार्य के लिए नगर निगम को कई बार पत्र भेजा जा चुका है कि इक़बाल मैदान को दुरस्त किआ जाए एवं इक़बाल की उर्दू शायरी को दुबारा वेयवस्थित कर अल्लामा इक़बाल का जीवन परिचय इक़बाल मैदान में लगया जाए। बिना इक़बाल मैदान को दुरस्त किए जनता के पैसे की बर्बादी के अलावा कुछ नही हाजी इमरान ने कहा कि इस विषय पर जमीअत की टीम हाफिज ईस्माइल बैग, मुजाहिद मोहम्मद खान आदि नगर निगम अधिकारियों से भेंट करेंगे। 


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