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'गमक' में बिखरा अलाउद्दीन खां का संगीत

 विविध कलानुशासनों की गतिविधियों का ऑनलाइन प्रदर्शन

एकाग्र श्रृंखला 'गमक' में बिखरा उस्ताद अलाउद्दीन खां का संगीत 





भोपाल । मध्यप्रदेश शासन, संस्कृति विभाग की विभिन्न अकादमियों द्वारा कोविड-19 महामारी के दृष्टिगत बहुविध कलानुशासनों की गतिविधियों पर एकाग्र श्रृंखला 'गमक' का ऑनलाइन प्रसारण सोशल मीडिया प्लेटफोर्म पर किया जा रहा है| श्रृंखला अंतर्गत उस्ताद अलाउद्दीन खां संगीत एवं कला अकादमी द्वारा सुश्री गर्विता डोंगरे, भोपाल के 'कथक' एवं सुश्री मीरा वैष्णव और साथी, ग्वालियर के शास्त्रीय 'गायन' की प्रस्तुति का प्रसारण किया गया| 

प्रस्तुति की शुरुआत सुश्री गर्विता डोंगरे द्वारा कथक नृत्य से हुई| सुश्री डोंगरे ने नृत्य की शुरुआत शिव वंदना से की उसके बाद पंडित बिरजू महाराज के कुछ बोल बंदिशें, तराना "ना घिर दानी धुमतिर धनी", भाव प्रदर्शन "जागे हो कहीं रैना", गत निकास एवं कृष्ण तराना "कान्हा रे नंद नंदन" पर कथक नृत्य प्रस्तुत किया| 

सुश्री गर्विता डोंगरे ने तीन वर्ष की आयु से गुरु संघमित्रा तायवाडे से नृत्य की शिक्षा लेना आरम्भ की उसके बाद आपने कथक की विधिवत शिक्षा गुरु अल्पना वाजपेई से ग्रहण की| सुश्री गर्विता को भारत सरकार संस्कृति मंत्रालय के अंतर्गत सीसीआरटी की वर्ष 2014 से स्कॉलरशिप प्राप्त हो रही है | 

दूसरी प्रस्तुति सुश्री मीरा वैष्णव द्वारा शास्त्रीय 'गायन' की हुई जिसमे विलम्बित ख़याल (एकताल)-

"बुंदन भिंजे मोरी सारी", छोटा ख़याल मध्य लय (एकताल) - उमड़ घुमड़ गरज गरज, तराना (तीनताल)-

"अदरे तन नाना त न न दिम" एवं कहरवा ताल में भजन- "उद्धो कर्मन की गति न्यारी" का गायन किया|  

सुश्री मीरा वैष्णव को बचपन से ही गायन वादन का शौक रहा इसलिए उन्होंने गायन और वादन में बीए, शास्त्रीय संगीत में एम.ए. और सुगम संगीत में डिप्लोमा किया| सुश्री मीरा की संपूर्ण शिक्षा इंदिरा कला संगीत महाविद्यालय, खैरागढ़ से पूरी हुई| वर्तमान में आप इसी विश्वविद्यालय में केंद्र अध्यक्ष एवं संगीत परीक्षक के रूप में कार्यरत हैं| सुश्री मीरा को नगर गौरव सम्मान, अकादमी शिखर सम्मान, संगम कला सम्मान, राष्ट्रीय रामायण महोत्सव कला सम्मान और कला साधना सम्मान प्राप्त हैं| सुश्री मीरा देश के कई प्रतिष्ठित मंचों पर अपनी प्रस्तुति दे चुकी हैं| 

प्रस्तुति में तबले पर- श्री शाहरुख, हारमोनियम पर- श्री विवेक जैन और तानपुरे पर मोहित खान ने संगत दी|  

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