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ट्रेन यात्रा: जब बन गई कहर बरपाती रात

घनी रात में जब हुआ लुटेरों से सामना
बच्चों को अगवा की कोशिश व महिलाओं के साथ की छेड़छाड़



भोपाल। भारतीय रेलवे यूं तो अनगिनत यात्रियों को सुगम और सुरक्षित यात्रा का दम जरूर भरता है लेकिन हकीकत इससे उलट ही है। ऐसा ही एक वाकया भोपाल से अल्लाह के घर की जियारत के अरकान पूरा करने के लिए उमराह के लिए रवाना हुए थे को छोड़ने गए पंजाब मेल के यात्रियों के साथ हुई जब एक रात डरावनी और मुसीबत का सबब बन गई। असल में ये वाक़या भोपाल के निज़ामुद्दीन कालोनी में रहने वाले अब्दुल ताहिर के परिवारजनों सहित उन मुसाफ़िरों से साथ हुई जो उस रात ट्रेन में सवार थे। अब्दुल ताहिर द्वारा दी जानकारी में घटना के अनुसार वापसी करते हुए पंजाब मेल रात के अंधेरे में अचानक रुक गई। जब तक सब कुछ समझ पाते ट्रेन में अचानक कुछ शरारती तत्वों की घुस आए जिनकी मंशा को देखकर सभी सहम गए। ऐसे में किसी संभवत: उनके साथी ने ही बोगी की लाइट भी बंद कर दी। अ. ताहिर के अनुसार उस वक्त ट्रेन मनमाढ़ से जलगांव व भुसावल के बीच कहीं थी, जहां से बोगियों में बच्चों को चुराने की नीयत से चढ़े कुछ बदमाश जिनकी संख्या 8 से 10 तक थी, ट्रेन में घुसे और महिलाओं और छोटे बच्चों को मोबाईल की लाइट जलाकर गलत मंशा के तहत टटोलने लगे और माथे पर हाथ लगाने लगे। विरोध करने पर उन्होंने बलपूर्वक हाथापाई करते हुए यात्रियों की पिटाई शुरू कर दी।


नियत में थी बच्चों को उठने की मंशा


अब्दुल ताहिर के अनुसार उनके पास कोई रिजर्वेशन टिकिट नही थी, बदमाशों का ना पैसों से मतलब था और ना ही कोई कीमती सामान व ना ही मोबाईल से वह छोटे छोटे बच्चों को अपना टारगेट बनाकर उठाने की नीयत से बोगी में घुसे थे। उन्होंने शिकायती लहजे में कहा कि हैरत है कि गाड़ी में सीएसटी मुम्बई से वीटी से हबीबगंज तक उपरांक्त बोगियों में कोई भी टीसी टिकट चेक करने नहीं और और इसलिए आरएसी टिकिट भी कम्फर्म नही हो पाईं। इसके अलावा रात में कोई भी सुरक्षा बल जीआरपी भी बोगियों में मौजूद नही थे। यात्रियों ने जब शोर मचाया तब बदमाशों ने यात्रियों से हाथा-पाई भी की। इतने बड़े मामले में भी रेलवे पुलिस की लापरवाही देखने में आई जब मात्र दो पुलिस वाले मामले की जानकारी लेने में भी आनाकानी करते रहे। उनके साथ खानापूर्ति के लिए एक टीटीई भी आया और उल्टा यात्रियों को लिखित शिकायत करने की सलाह देने लगा। ऐसे जब यात्रियों ने शिकायत पुस्तिका मांगी गई तो वह भी नही दी गई। इसी बीच एस.2ए एवं एस 3 के बीच रसोई बोगी का शटर भी बदमाशों ने बन्द कर दिया था, जिसके कारण हमारे परिवार के लोग एक बोगी से दूसरी बोगी में नहीं जा सके और एस-2 एस-3 एस-8 की बोगियों के गेट भी अन्दर से बन्द कर दिये, जिससे हम लोग काफी समय तक गाड़ी के बाहर खड़े रहे। बड़ी मशक्कत के बाद अन्दर से गेट खोला गया। इसी समस्त घटनाक्रम के दौरान बोगी के यात्रियों का सामान, बैग, अटेची आदि गायब हो गये थे। अ. ताहिर ने बताया कि इस संबंध में भोपाल जीआरपी में शिकायत जरूर दर्ज कराई गई लेकिन मामले पर कोई कार्रवाई अभी तक नहीं हो पाई है।




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