नए वर्ष में नई खेलों की नई उपलब्धियों का होगा संकल्प
भोपाल। बीता वर्ष कोरोना काल में खेल और खिलाडिय़ों के लिए काफी मुश्किल भरा रहा। इसके कारण राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं के आयोजन को लेकर रही गहमा-गहमी ने कई खिलाडिय़ों की मेहनत पर पानी फेर दिया। कई स्पर्धाओं को निरस्त कर दिया गया और कई स्पर्धाओं को आगामी वर्ष तक के लिए आगे कर दिया गया। बीमारी के चलते लंबे ब्रेक से जहां नियमित अभ्यास पर विराम लग गया, वहीं कई खिलाडिय़ों को ओवरएज होने की स्थिति में प्रतियोगिताओं से बाहर होने का सामना करना पड़ेगा। लेकिन इस सबके बावजूद उम्मीद है कि नए वर्ष में नए इवेंट और नई प्रतियोगिताओं से बीते वर्ष का खालीपन दूर होगा। उम्मीद है कि जल्द ही संकट खत्म होगा और खेलों की रौनक मैदानों पर लौटेगी।
प्रतिभा की ग्रास रूट पर पहचान होगी : आलोक खरे, एसजीएफआई महासचिव
स्कूल गेम्स फेडरेशन के महासचिव आलोक खरे कहते हैं कि आगामी वर्ष में खेलों के लिए तेजी से काम होंगे। नई स्पर्धाओं और गेम्स पीरियड से स्कूलों में बच्चों को खेलों की बारीकियों से रूबरू कराया जाएगा। इससे प्रतिभाओं को ग्रास रूट पर ही तलाशा जा सकेगा। हमारा प्रयास होगा कि पूर्व वर्ष की कमियों को इस वर्ष में दूर किया जा सके और अधिक आयोजनों से प्रतिभाओं को पर्याप्त अवसर दिया जा सके।
सभी खेलों की नई योजनाओं पर होगा अमल: दिग्विजय सिंह, सचिव, मप्र ओलिंपिक संघ
मप्र ओलिंपिक संघ के सचिव दिग्विजय सिंह ने कहा कि आगे की रणनीति तैयार कर आगे की ओर देखना होगा। जो बीत गया, उसे भूलना होगा। मप्र में खेलों की अपार संभावनाएं हंैं। मप्र सरकार यूथ गेम्स की मेजबानी की योजना बना रही है। इसके आयोजन से दोबारा सभी खेलों में नई गति लौटेगी।
बीते वर्ष को भूलकर आगे की रणनीति बनाई जाएगी: रामकुमार खिलरानी, तैराकी संघ, भोपाल
यदि देखा जाए तो अभी भी वॉटर स्पोट्र्स में खेलों की पूरी तरह से बहाली नहीं हो पाई है। तैराकी की सभी प्रतियोगिताओं में पूर्ण विराम ही लगा रहा। तैराकों के लिए आगामी वर्ष में उम्मीद की जा सकती है कि पूर्व की परेशानियों को भूलकर नई योजना तैयार की जाएगी। तैराक खिलाडिय़ों को नए संकल्प के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा।
वॉटर स्पोट्र्स में नई उम्मीद लौटेगी: बीएस कुशवाह, भारतीय केनो-कयाकिंग संघ
वॉटर स्पोट्र्स अब मप्र में तेजी से विकास की ओर है। वॉटर स्पोट्र्स की गतिविधि बढ़ाने के लिए नई कवायद की जा रही है। पूर्व की तरह भारतीय वॉटर स्पोट्र्स का प्रशिक्षण कैंप भोपाल में लगाया जाएगा। भोपाल में केनो-स्प्रिंट और स्लालम के लिए महेश्वर में गतिविधियां गति पकड़ेंगी। उम्मीद है कि आगामी वर्ष खेलों विशेषकर वॉटर स्पोट्र्स में नई उपलब्धियों का वर्ष बन सकेगा।
स्वच्छ और स्वस्थ प्रतिस्पर्धा के लिए पेफी करता रहेगा काम: पीयूष जैन
पीयूष जैन, सचिव फिजिकल एजुकेशन फाउंडेशन ऑफ इंडिया (पेफी) और फुटबॉल दिल्ली के संयुक्त तत्वावधान में नेशनल एंटी डोपिंग एजेंसी नाडा के सहयोग से देश में डोपिंग के दुष्प्रभावों के प्रति जागरूकता बढ़ाने के लिए वेबीनार के माध्यम से कई आयोजन किए गए हैं। डोप से शरीर पर डोपिंग के पडऩे वाले दुष्प्रभावों पर खिलाडिय़ों को जागरूकता अभियान चलाया गया जो आगामी वर्ष भी जारी रहेगा। पेफी की कोशिश है कि खेल और खिलाडिय़ों के लिए स्वच्छ और स्वस्थ प्रतिस्पर्धा को बढ़ावा दिया जाए।
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